Homeछत्तीसगढ़बच्चों की फ्री शिक्षा पर मास्टर साहब की लालच पड़ी भारी, छत्तीसगढ़...

बच्चों की फ्री शिक्षा पर मास्टर साहब की लालच पड़ी भारी, छत्तीसगढ़ में रद्दी के भाव बेच दिया छात्रों का भविष्य


अनूप पासवान/कोरबा. कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. शासकीय स्कूलों में फ्री में बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. साथ ही हाईस्कूल तक की पढ़ाई करने वाले बच्चों को मुफ्त पाठ्य सामाग्री वितरित की जा रही है. वहीं, इस योजना पर विभागीय अमला ही बट्टा लगाने में लगा हुआ है . सीधे शब्दों में कहे तो बच्चों की फ्री शिक्षा पर मास्टर साहब की लालच भारी पड़ रही है. जिसके तहत स्कूलों में छात्र-छात्राओं को बांटी जाने वाली पुस्तकें कबाड़ की दुकान पर पहुंच रही हैं. ऐसा ही एक मामला कोरबा जिले से सामने आया है. स्कूलों में छात्र-छात्राओं को बांटी जाने वाली पुस्तकें कबाड़ दुकान पहुंच रही है. ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि छात्रों के भविष्य का क्या होगा.

स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पुस्तक वितरण के नाम पर चल रहे गड़बड़झाला का खुलासा उस वक्त हुआ, जब कोरकोमा- झगरहा मार्ग स्थित भुलसीडीह स्थित वनोपज जांच बेरियर में एक वाहन की जांच पड़ताल की गई. दरअसल प्रतिदिन की तरह प्रभारी अमरिका प्रसाद यादव, वनकर्मी गुरूवेंद्र कुर्रे व चौकीदार भीषम सिंह बेरियर में तैनात थे. वे वाहनों की जांच पड़ताल कर वाहनों को बेरियर से रवाना कर रहे थे. इसी दौरान मालवाहक ऑटो (छोटा हाथी ) क्रमांक सीजी 12 एपी 9257 मौके पर पहुंची. इस वाहन को तिरपाल से ढका गया था.

वाहन जांच के क्रम मे हुआ खुलासा
जब वन कर्मियों ने तिरपाल खोलकर वाहन की जांच की तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई. मालवाहक ऑटो स्कूली पुस्तकों से भरी हुई थी. जिसमें अलग-अलग कक्षा के विभिन्न विषय से संबंधित पुस्तक शामिल थे. वन कर्मियों ने चालक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम कबाड़ गोदाम झगरहा निवासी राकेश कुमार मरावी बताया. उसने जानकारी दी कि व्यवसायी के कहने पर कुदमुरा गया था, जहां से पुस्तक लोडकर कोरकोमा पहुंचा. वह वन कर्मियों के सामने पुस्तक की खरीदी बिक्री संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका. वन कर्मियों ने संबंधित अधिकारियों को भी सूचना दे दी है. मामले का खुलासा जांच उपरांत ही हो सकेगा.

जिला शिक्षाधिकारी की नजरों में सब कुछ सही
इस संबंध में जिला शिक्षाधिकारी जीपी भारद्वाज का कहना है कि जिले के सभी स्कूलों में पुस्तक का वितरण किया जा चुका है. जहां बच्चों की संख्या अधिक है, वहां मांग के अनुसार पुस्तक का आबंटित किया जा रहा है. यदि पुस्तक की बिक्री की गई है तो जांच उपरांत दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Tags: Chhattisgarh news, Korba news, Local18, OMG News



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Must Read

spot_img