
3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से बेहद कम लागत में इस बिल्डिंग को तैयार किया गया है।
भारत में 3डी-मुद्रित डाकघर: जब भी किसी प्रिंटर की बात होती है तो हमारा उद्देश्य किसी भी पेज पर फोटो कॉपी करना या अन्य प्रकार का डिज़ाइन प्रिंट करना ही प्रोविजनल होता है। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि प्रॉपर्टी के जरिए कोई बिल्डिंग या फिर घर भी बनाया जा सकता है। शायद पहले यह प्रक्रिया कभी न आई हो लेकिन अब आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत ने इसमें एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। देश में 3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से एक पोस्ट ऑफिस की बिल्डिंग बनाई गई है और इसमें ऑफिस भी खोला गया है।
बता दें कि बेंगलुरु में देश का पहला 3डी शॉपिंग पोस्ट ऑफिस खोला गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसका उद्घाटन किया। इस पोस्टऑफिस को 3डी रिटेल पोस्टऑफिस नाम दिया गया है। उन्होंने इस बिल्डिंग के बनने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। 3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से बिल्डिंग बनाने की सफलता पर मोदी ने भी टीम को बधाई दी है।
3डी प्रिंटर की मदद से इसे बनाने में 45 दिन का समय लगा है लेकिन इसे बनाने में सिर्फ 43 दिन का समय लगा है। यह बिल्डिंग आईआईटी मद्रास और एलएंडटी ने मिलकर बनाई है। इस 3D पोस्ट ऑफिस को 1021 वर्ग फुट के क्षेत्र में बनाया गया है।
3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी क्या है?
बता दें कि वास्तुशिल्प के क्षेत्र में 3डी प्रिंटिंग का इस्तेमाल करना आपके लिए बेहद नई अवधारणा है। बिल्डिंग बनाने के लिए एक बड़े पैमाने का रोबोटिक क्रिएटर की साइट का उपयोग किया जाता है। रोबोटिक परमाणु ऊर्जा संयंत्र में परत दर परत जमा होती है जिससे दीवार बनाई जाती है। इस तकनीक में कंप्यूटर में बिल्डिंग डिजाइन सेट दिया जाता है और फिर सिर्फ कमांड इंजीनियर होता है और 3डी प्रिंटर डिजाइन के अनुसार बिल्डिंग तैयार करना दिया जाता है। आपको सिर्फ मसालों का मसाला तैयार करना होता है। भवन निर्माण के लिए मशीन द्वारा विभिन्न प्रकार की परतें जोड़ी जाती हैं, जिससे परतदार दीवारें बनती हैं।
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