उत्तर
दही, अचार, चटनी के साथ यह कंप्लीट फूड पैकेजिंग बन जाता है।
प्रोटीन का भंडार स्वास्थ्यवर्धक के लिए सबसे आकर्षक है।
खिचड़ी के साथ क्या खाएं: भारत में सबसे हेलदी ब्रेड की बात हो और नाश्ते का नाम न आए, ऐसा नहीं हो सकता. बीमार हो या स्वतंत्र रेस्तरां ऐसा आहार है जो सभी के लिए सबसे अच्छा रेस्तरां है। बेहद जल्दी बनने वाली फैशन पचाने में भी हल्की होती है। यही वजह है कि देश में संपूर्ण आहार या सबसे स्वादिष्ट भोजन (खिचड़ी स्वास्थ्यप्रद भोजन) का भी अचीवमेंट है. भारत में तो विस्तार को लेकर कई कहावतें भी प्रचलित हैं, इन्हीं में से एक है विस्तार के चार यार.. टुकड़े, पापड़ दही आचार्य.. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये कहावतें बनी हैं? इन चार नीवे को खाने के साथ जोड़ने का कारण क्या है? आइए हम आपको बताते हैं इसके बारे में…
भौतिक विज्ञान के विशेषज्ञों के अनुसार खाद्य पदार्थों से बॉडी कोप्रोटीन कंप्लीट पैकेज मिल जाता है लेकिन कई वस्तुएं ऐसी होती हैं जो टुकड़ों के अलावा सेमेस्टर से जुड़ी होती हैं। जैसा कि कहावत में कहा गया है कि चार यार के टुकड़े… यह सिर्फ टुकड़ों का सौंदर्यवाद बढ़ाने के लिए नहीं है, बल्कि इसके पीछे साइंटिफिक कारण है। आहार के साथ-साथ इन चार आहार तत्वों को खाने के बाद शरीर में पोषण के लिए किसी भी चीज की आवश्यकता नहीं होती है।
बेंगलुरु अपोलो अपॉलिटिकल में मुख्य डायटिशन डॉ. प्रियांक रोहतगी का कहना है कि हमारे शरीर के लिए प्रोटीन (प्रोटीन) सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत है और पोषक तत्वों का भंडार है। शरीर के लिए करीब 20-22 अमीनो एसिड बेहद जरूरी होते हैं, जिनमें प्रोटीन पाया जाता है। वैज्ञानिक रूप से चावल (चावल) में कुछ अमीनो एसिड पाए जाते हैं और कुछ प्रकार के अमीनो एसिड दाल में पाए जाते हैं। जब ये दोनों मिल जाते हैं तो शरीर को कंप्लीट प्रोटीन पैकेज (संपूर्ण प्रोटीन पैकेज) मिल जाता है। इसके अलावा जब चार अणुओं को नष्ट कर दिया जाता है तो शरीर को अणु, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन के अणु भी मिल जाते हैं।
डॉ. कहते हैं कि चार यारों में मक्खन, दही, पापड़, अचार शामिल हैं, जबकि कई स्थानों पर घी भी शामिल है। हालाँकि भारत में एक और कहावत है कि घी बनाया जाता है और नाम बहू का हो जाता है. गया है. ये सभी आवश्यक तत्व का न केवल अवशेष हैं बल्कि न्युट्रिशन वालप्यूम को पूरा किया गया है।
मॅन- पौधों के साथ हरे धनिए की रचना का साथ बताया गया है। हरा धनिया कई अमेरिकी वैज्ञानिकों से भरा हुआ है ऐसे में इसके टुकड़े अगर नाश्ते के साथ खाए जाएं तो स्वास्थ्य को लाजवाब लाभ मिलता है। धनिए की खुराक खून की कमी को दूर करती है, पाचन शक्ति और भूख को बढ़ाती है, साथ ही सिद्धांत, हृदय और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने का काम करती है। इसके अलावा आदर्शवाद तो इसमें होता ही है।
पापड़- यह मूंग दाल या उड़द की दाल से बनती है, ऐसे में युकेलूटन फ्री और बेवकूफी से भरपूर होती है। दाल से बनने के कारण इसमें प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है। यह किसी भी भोजन को पचाने में भी सहायता करता है। यह अचेचेले बैक फ़ालिरिया को पुनःप्राप्त है। साथ ही अगर मसाले में मसाला भी है तो उसका भी खाका तैयार कर देता है।
दही- छोटे हलवे का भोजन और पेट की परेशानी के लिए भोजन कहा जाता है, ऐसे में जब उसके साथ दही भी खाया जाता है तो यह पोषण को बढ़ावा देता है। दही में पाचन शक्ति के साथ-साथ कैल्शियम, विटामिन बी12, बी2, विटामिन ए और विटामिन ई, फोलेट आदि पाए जाते हैं। यह प्रतिरक्षा को पुनः प्राप्त करता है। दांतों के साथ-साथ दहीवाद को भी बढ़ाया जाता है।
अचार- सहायक के साथ-साथ आचार्य का साथ कई आवश्यक बातें बताई गई हैं। नमक पर नमक, काली मिर्च, टेटेरी, आम या मिस्ट्री अचार। इनमें विटामिन के अलावा आयरन की मात्रा भी काफी होती है जिससे एनीमिया की शिकायत दूर हो जाती है। रोग संरचना क्षमता बेहतर है. अचार भूख को पुनः प्राप्त करें. नींबू का अचार पाचन के साथ एसिडिटी आदि समस्याओं को खत्म करने का काम करता है। एंटी ऑक्युपियाडेंट्स सेपराइटर आचार्य तनाव को भी कम करें।
सगुप्ताह में कितने दिन का स्थिर विस्तार?
डॉ. कहा जाता है कि इंजेक्शन हो या हीट प्रोटीन का भंडार सभी मौसमों के लिए सबसे अच्छा भोजन है। इसे सप्ताह में ही नहीं बल्कि रोज़ भी खाया जा सकता है। सप्ताह में कम से कम दो बार साज-सज्जा से लेकर भोजन मिल तक जाता है। यह पचाने में सबसे अच्छा है. हाजमे को भी टिकाऊ बनाए रखने के साथ ही भूख बढ़ाने का भी काम किया जाता है।
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पहले प्रकाशित : 19 अगस्त, 2023, 16:00 IST
