भिलाई. छत्तीसगढ़ के शहरों में लेआउट ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मच्छर काटने वाली मशीन से यह बीमारी लगातार फैलती जा रही है। प्रदेश में इस खतरनाक बीमारी के संदर्भ में बात करें तो साल 2018 में दुर्ग और भिलाई में 18 लोगों की जान चली गई थी. इस साल भी रचना ने दुर्ग के भिलाई में फिर से अपना आउटलुक शो शुरू किया है। पिछले एक महीने में बीमारी से 107 मामले सामने आए हैं. बावजूद इसके नगर निगम सफाई का दावा कर रहा है।
बिलासपुर में रिकार्ड मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राजधानी रायपुर में इस बीमारी की वजह से एक की जान चली गई, लेकिन रायपुर को लेकर प्रशासन में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। ऐसे में हम और आप खुद ही सुरक्षित रहें और बीमारी से मुक्ति के लिए पूरी तरह तैयार रहें, यह जरूरी हो गया है। आपके घर के आसपास न पठारे और न फल, यह जिम्मेदारी हम खुद निभाते हैं तो इस खतरनाक बीमारी से जा सकते हैं। आइये जानते हैं कि क्या है प्रतिमा से आरंभ करने का उपाय…
अंशांकन से अंशांकन का उपाय
- घातक बीमारी से बचने का सबसे पहला और व्यापक उपाय है कि धीरे-धीरे मच्छरों से बचाव किया जा सकता है।
- अपने घर के अंदर और आसपास की जगह को साफ़ सुथरा रखें।
- घर हो या आसपास कहीं भी पानी जमा नहीं हो रहा है, अगर लेकनेट में पानी जमा है तो एक हफ्ते में बदल दे ताकि मच्छर न पठथ सके।
- घर के अंदर मच्छर भगाने वाली औषधियों का साज़िश करें।
- समय मच्छरदानी का उपयोग किया जाता है, विशेष रूप से बारिश के दिनों में क्योंकि समान समय सूची का प्रभाव बढ़ जाता है।
- बच्चों को फुल गैजेट्स के कपड़े पहनाए जाने चाहिए।
- संभव हो तो मच्छर भगाने वाली दवाओं का क्रीड़ा निर्माता।
- बच्चों एवं बड़ों दोनों को मच्छरजनित दूध के खतरों पर ध्यान दें, ताकि बीमारी से बचा जा सके।
.
टैग: डेंगू बुखार
पहले प्रकाशित : 25 अगस्त, 2023, 17:15 IST
