
एचएस प्रणय
बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के स्टार खिलाड़ी एचएस प्रणय को कुनलावुत विटिसर्न के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ वह हिस्ट्री रचने से फेल हो गई, लेकिन हारकर भी ब्रांज मेडल जीतने में कामयाब रही। वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिंगल्स में मेडल जीतने वाले भारतीय बने हुए हैं।
हारकर भी प्रणय ने जीता मेडल
वर्ल्ड चैंपियनशिप के असोसिएट्स में एचएस प्रणय ने शानदार शुरुआत की थी। उन्होंने विटिसर्न को हराया लेकिन पहला सेट 21-18 से जीत लिया, इसके बाद थाईलैंड के खिलाड़ी ने बेहतरीन वापसी की और अगले दो सेट 13-21, 14-21 से जीत लिए। प्रणय बाद में काफी दबाव में नज़र आई। उन्होंने मैच में कई गलतियां कीं, जिसकी वजह से उनका मुकाबला गंवाना पड़ा।
ऐसा करने वाले पुरातन भारतीय
विश्व चैंपियनशिप में सिंगल्स में मेडल जीतने वाले एच एस प्रणय शीर्ष भारतीय खिलाड़ी बने हैं। हमारे पहले किदांबी प्रॉक्रिक (सिल्वर), गोल सेन (ब्रांज), बी साईईत (ब्रांज) और प्रकाश नाविक (ब्रांज) ये कारनामा कर चुके हैं। प्रणय के पास मौका था कि वह फाइनल मुकाबले में फाइनल में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन सकते थे, लेकिन वह हिस्ट्री रचने से चूक गईं।
भारत ने जीते हैं इतने सारे मेडल
भारत के लिए BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप में अभी तक सिर्फ पीवी सिंधु ही गोल्ड मेडल जीत पाई हैं। उन्होंने साल 2019 में नोजोमी ओकुहारा को झटका देकर ये कारनामा किया था। वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत ने अभी तक कुल 14 मेडल जीते हैं। पीवी सिंधु ने अपने नाम किये सबसे ज्यादा 5 मेडल। वहीं, साइना नेहवाल दो मेडल में सफल रही हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए सबसे पहला मेडल लाइट रॉक ने साल 1983 में जीता था।
इन भारतीय खिलाड़ियों ने जीती हैं वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल:
पीवी सिंधु- 5 मेडल (एक गोल्ड, दो सिल्वर, दो ब्रांज)
सिना नेहवाल- 2 मेडल (एक सिल्वर और एक ब्रांज)
प्रकाश पदक- 1 पदक (ब्रांज)
किदांबी श्रीकांत- 1 मेडल (सिल्वर)
एच एस प्रार्थना- 1 पदक (ब्रांज)
लक्ष्य सेन- 1 मेडल (ब्रांज)
बी साई प्रणीत- – 1 पदक (ब्रांज)
बमबारी गुट्टा और अश्विनी पोन्नपा- 1 मेडल (ब्रांज)
चिराग़ चिराग़ और सात्विकसाई राज रेंकीरेड्डी- – 1 मेडल (ब्रांज)
