उत्तर
शतावरी को हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है।
शतावरी खाने से मच्छर का खतरा कम हो सकता है।
शतावरी वसा कैसे कम करती है: स्वस्थ रहने के लिए सभी लोगों को अपने उपभोग में सामग्री अवश्य शामिल करनी चाहिए। डॉक्टर से शरीर को फिट और तंदुरुस्त रखने में मदद मिल सकती है। वास्तव में कई गोदामों में भी बेरोजगारी हो सकती है। शरीर पर जमी चर्बी को कम करने के लिए बार-बार डॉक्टर की सलाह दी जाती है। कुछ असलियत लॉस में सबसे ज्यादा असरदार होती हैं, जिनमें से एक शतावरी (शतावरी) है। इस सब्जी को वजन के हिसाब से रामबाण माना जा सकता है। शतावरी को कच्चा या पकाकर खरीदा जा सकता है। इस सब्जी का आनंद सूप, कुक और अन्य रेसिपी के तौर पर भी लिया जा सकता है। शतावरी कम कैलोरी और उच्च विटामिन, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट के कारण स्वास्थ्य के लिए वरदान है।
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार शतावरी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के और विटामिन बी6 की मात्रा होती है। इस सब्जी में फ़ोलेट, आयरन, स्ट्रेंथ, फॉस्फोरस, कैल्शियम और प्रोटीन सहित पोषक तत्त्व पाए जाते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इसका कारण यह है कि इस सब्जी का सेवन करने से न केवल वजन में मदद मिल सकती है, बल्कि इससे कई राहत भी मिल सकती है। शतावरी को रिप्रोडक्टिव स्वास्थ्य के लिए भी बेहद खतरनाक माना जाता है। शतावरी यह महिला और पुरुष दोनों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाली सब्जी है। इसके सेवन से शरीर को लंबी उम्र तक चुस्त और मसाले रखने में मदद मिल सकती है।
शतावरी के 3 सबसे बड़े फायदे
– शतावरी में केवल पोषक तत्व और कैलोरी की मात्रा कम होती है, बल्कि पर्याप्त मात्रा में कार्बोहाइड्रेट भी होता है। आपका शरीर धीरे-धीरे पचता है, जिससे लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। पेट साफ करने और कब्ज को कम करने से शरीर में फैट जमा नहीं होता और फिटनेस भी बेहतर होती है। शतावरी में करीब 94% पानी होता है। कई शोध से पता चलता है कि कम कैलोरी, पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से वजन तेजी से कम होता है।
यह भी पढ़ें- अमृत है गाय का पुराना घी, आयुर्वेद शास्त्र ने बताए 5 चमत्कारिक फायदे, कंप्यूटर जैसा तेज कर देगा दिमाग
– शतावरी में सबसे बड़ी मात्रा होती है। एक अपार्टमेंट है, जो हाई ब्लड पार्ट्स को कम करने में मदद कर सकता है। एक पशु अध्ययन में पाया गया कि शतावरी में सक्रिय कंपाउंड हो सकता है, जिससे रक्त वाहिकाएं खराब हो जाती हैं, रक्त की मात्रा कम हो जाती है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी शतावरी का सेवन होता है। शतावरी में उच्च मात्रा में फोलेट (विटामिन बी9) होता है, जो गर्भावस्था के दौरान न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (न्यूरल ट्यूब दोष) के खतरे को कम करने में मदद करता है।
यह भी पढ़ें- शरीर के लिए चमत्कारी है ये बेल, 2 मिनट में ऐसे काढ़ा, बुखार सहित 5 सीढ़ियों को जड़ से कर देवी खत्म
– शतावरी क्लैम का एक अच्छा स्रोत है, जिसमें विटामिन सी, फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स शामिल हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को प्रतिबंधित किया जा सकता है, जिससे क्रॉनिक डिजीज का खतरा कम हो जाता है। चारे के अच्छे स्रोत के रूप में शतावरी की सब्जी नियमितता और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाता है। इससे हार्ट डिजीज और अस्थमा के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। शतावरी एक स्वादिष्ट सब्जी है, जिसे आपके आहार में शामिल करना आसान है। इसे ऑमलेट में पूरी मात्रा में मिलाकर खाया जा सकता है.
.
टैग: स्वास्थ्य, जीवन शैली, ट्रेंडिंग न्यूज़, सब्ज़ी
पहले प्रकाशित : 29 अगस्त, 2023, 12:34 IST
