उत्तर
फ़्लोरिडा डेट लगभग करीब आती है, स्वास्थ्य गुणवत्ता ही फ़्रेम छवि लगती है।
पेट पालने में बच्चे को स्टॉक में रखने के लिए पोर्टफोलियो में स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है।
मेडिकल इंडस्ट्रीज़ और क्लाइंट्स को फ़्लोरिडा पेन से राहत मिलती है।
गर्भावस्था देखभाल तीसरी तिमाही: हर महिला के लिए सबसे सुखद अंत होता है। क्योंकि इस पल का उन्हें लंबे समय तक इंतजार रहता है। परिवार में आने वाले नन्हें सदस्यों के स्वागत के लिए घर के अन्य सदस्यों की भी बहुत उत्सुकता रहती है। लेकिन इस पल की तीसरी खुशी होती है मोती ही खुद का रहस्य रखना भी बेहद जरूरी होता है। असल में, गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का स्वास्थ्य बेहद संतुलित हो जाता है और बहुत जल्दी उनकी सेहत खराब हो जाती है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को अपनी खास बातें बताते हुए सलाह दी जाती है।
बता दें कि डायरी डेट सबसे करीब आती है, महिला का स्वास्थ्य ही आकर्षक दिखता है। इसलिए जरूरी है अपनी सेहत का ध्यान रखें, ताकि पेट में पल रहे बच्चे की जरूरत रहे। ऐसे में अगर आपकी भी किताब की डेट करीब आ गई है तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। इस समय कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें करने से स्कूटी पेन से तो राहत मिलती ही है, साथ ही मां और दोनों बच्चे स्वस्थ्य रहते हैं। आइए संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल दिल्ली की सिंक्रोनाइज़ेशन डॉ. ज्योत्सना देवी आइए जानते हैं नीलामी के समय किन-किन को करना हानिकारक होता है।
तीसरी तिमाही के 5 काम, तिमाही को बनाया बेहद आसान
मेडिटेशन (ध्यान): लिस्टिंग के दौरान खुद का अच्छा से ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आख़िरकार तीसरी तिमाही में। क्योंकि इस दौरान उनका शरीर अत्यंत अस्वाभाविक स्थिति में होता है। इस स्थिति में गर्भवती महिलाओं को उनके शरीर को शांत रखने का प्रयास करना चाहिए। शरीर को शांत रखने के लिए मन को शांत करें और नियमित रूप से प्रातः-शाम चिकित्सा-संशोधन भी कर सकते हैं। मेडिटेशन करने से कई और बड़ी दिवाली दूर होती हैं।
व्यायाम (व्यायाम): गर्भावस्था में सुपरमार्केट में सामान बेचने की सलाह दी जाती है। हालांकि तिमाही के दौरान जरूर ध्यान रखें। कोशिश करें कि व्यायाम समय से अधिक मेहनत करने से बचाया जाए। नियमित इक्विटी लक्ष्य बनाने से आपको पोर्टफोलियो से राहत मिल सकती है।
पोछा कपड़ा (मोपिंग): अर्थशास्त्रियों के अनुसार, पट्टे के अंतिम या 9वें महीने में महिलाओं को पोचा ले जाना सही भी रहता है। क्योंकि तीसरी तिमाही में पोछा लगाने से पेल्विक फ्लोर की मांस पेशियां मजबूत होती हैं, जो गर्भावस्था का वजन मापने के लिए जरूरी होती हैं। हालाँकि, पहली और दूसरी तिमाही में पोछा जाने से बचना चाहिए।
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कुल मिलाकर (स्वस्थ आहार): किसी भी गर्भवती महिला को सही सुझाव आपके लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि इस समय का असर आपके बच्चों पर पड़ता है। इसलिए जरूरी है कि ऐसा खाना आपके और बच्चे दोनों के लिए हो। इसके लिए आप कट्टरपंथियों से संपर्क कर सकते हैं।
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तनाव से मुक्ति (मानसिक स्वास्थ्य): कुल में अच्छी वस्तुएँ लेने के साथ ही मानसिक तनाव लेने से भी परहेज करना चाहिए। दरअसल, कई महिलाओं को इस दौरान मानसिक तनाव बढ़ जाता है, जो कुछ दिनों में हार्मोन में शामिल हो जाते हैं- जोड़ने की वजह से होता है। ऐसे में कोशिश करें कि तनाव से बचने के लिए इसका असर बच्चे की सेहत पर न पड़े। यदि आप भी इसी तरह की परेशानी महसूस कर रहे हैं तो मानसिक रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
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पहले प्रकाशित : 30 अगस्त, 2023, 12:46 IST
