
गूगल और ऐपल का वर्चुअल डेंजरस में पढ़ा जा सकता है।
भारत में निर्मित ऐप स्टोर: जहाँ-जहाँ बजट उपभोक्ता अपने फोन में गूगल प्ले स्टोर से ऐप इंस्टॉल करते हैं, वहीं बजट उपभोक्ता ऐप स्टोर का इस्तेमाल करते हैं। गूगल और ऐपल दोनों ही अपने प्लेटफॉर्म पर ऐप्स के लिए एप्लाइड से मोटी कीमत वसूलते हैं लेकिन, जल्द ही दोनों ऐप को सीक्वल क्लैश मीटिंग वाली है। गूगल और ऐपल दोनों टेक जायंट को एक भारतीय कंपनी सीक्वल टक्कर देने जा रही है।
भारतीय कंपनी फोनपे अपना खुद का एक ऐप स्टोर इंडस लॉन्च करने जा रही है। इंडस ऐप पूरी तरह से एक मेड इन इंडिया ऐप स्टोर होगा। कंपनी ने इस ऐप को लॉन्च करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने अपने ऐप की लिस्ट बनाने के लिए ऐप्लीकेशन डिजाइन तैयार किया है।
12 आर्किटेक्चर में ऐप्स की होगी शुरुआत
इंडस ऐप में ऐप्स की लिस्ट बनाने के लिए कंपनी ने अंग्रेजी के साथ-साथ 12 अन्य समुद्री डाकूओं की भी पेशकश की है। इंडस ऐप स्टोर के लॉन्च के बाद उपभोक्ताओं को ऐप डाउनलोड करने के लिए एक और रैंक मिल जाएगी। इसे गूगल और ऐपल के विक्टोरा को भी देखें।
डिफॉल्ट से नहीं लिया गया कोई चार्ज नहीं
दुनिया भर की कंपनी के ऐप जादूगर को इंडस ऐप स्टोर में ऐप्स की लिस्ट बनाने के लिए इनवाइट भेज रही है। बताया जा रहा है कि पहले साल इंडस में ऐप डाउनलोड करने पर पूरी तरह से फ्री होगी यानी डिक्री कंपनी से किसी भी तरह का चार्ज नहीं मिलेगा। इसके बाद दूसरे साल की कंपनी की ओर से मामूली चार्ज लिया गया। बता दें कि अभी गूगल और ऐप की तरफ से ऐप स्टोर पर ऐप लिस्ट करने के लिए करीब 15 से 30 प्रतिशत तक का कमीशन लिया जाता है।
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