
बलूच डेमोक्रेट को गिरफ्तार कर अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
पाकिस्तान कीखबरें: पाकिस्तान के आंतरिक हालात बेहद खराब हैं। कई बार सिंध प्रांत से पाकिस्तान से अलग होने की मांग उठती है। इसी बीच पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बलूचिस्तान के बलूच रेस्टॉरेंट ने प्रदर्शन किया। पाकिस्तान में बलूच युवाओं की हत्या के खिलाफ बलूच युवाओं के नाम पर अलामीन में प्रदर्शन और मार्च निकाला गया। हालांकि इस मार्च गुरुवार से पहले ही पुलिस ने मस्जिद में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। इन प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की तेज़ बहारें का प्रदर्शन किया।
200 रियासतें में
पुलिस ने 200 उपद्रवियों को अपने कब्जे में ले लिया और उन्हें अज्ञात स्थान पर छोड़ दिया। गिरफ्तार किये गये प्रदर्शनकारियों में प्रमुख नेता महरंग बलूच भी शामिल हैं। हालाँकि, पाकिस्तान की सैन्य सरकार ने सभी महिलाओं और बच्चों को गिरफ्तार कर रिहा कर दिया है। यक-जेहती समिति (बीवैसी) के बैनर तले क्रांतिकारी ने 19 दिसंबर को गाजी खान के खिलाफ राज्य में क्रांतिकारी हिंसा शुरू की थी।
बलूच अर्थशास्त्री ने क्यों किया लंबा मार्च?
बता दें कि नवंबर में 24 साल के बलूच युवक मोला बाक्स की पुलिस कोर्ट में मौत हो गई थी। इसके बाद से ही विभिन्न शहरों में बलूच युवा विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। बीसी ने एक्स पोस्ट में कहा कि गुरुवार को जब यह मार्च मस्जिद में प्रवेश करना चाह रहा था तभी पंजाब पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। बावली घायल हो गए, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं।
हाई कोर्ट में बेरोजगारों की फौज ने लगाई रोक
इब्राहिम उच्च न्यायालय ने गुरुवार को बलूच बंधक के अपराधियों को अवैध बताया है और इस अपराधी को बेच दिया है। मुख्य न्यायाधीश अमीर फारुख ने इस मामले में पुलिस महानिरीक्षक ‘आईजी’ अकबर नासिर खान को तलब किया था। उच्च न्यायालय ने कहा कि पेट्रोलियम प्रदर्शन हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। ब्लूच डेमोक्रेसी के विरोध का समाधान करने के लिए मंत्री फवाद हसन की अध्यक्षता में पांच लोकतांत्रिक समिति का गठन किया गया है।
