रामकुमार नायक/रायपुर. सइयां, ओरी सखी मंगल गाओ री, दीवानी, बम बम जैसे सुपरहिट सुपरहिट में रायपुर वाले ने आपको रोका नहीं। दरअसल, मौका था खारुन गंगा महाआरती का और इन भाइयों को कैलाश खेर की मनमोहक आवाज में जब रायपुर के लोगों ने सुना तो झूम उठे। सभी अपने मोबाइल यादगार ये बेहद ही यादगार और शानदार महल को कैमरे में कैद कर रहे थे। पद्मश्री कैलाश खेर की आवाज के लाखों-करोड़ों दीवाने हैं। छत्तीसगढ़ की जनता से भी कैलाश खेर को बहुत प्यार मिला।
अगहन मास की पूर्णिमा पर राजधानी रायपुर स्थित खारून नदी का तट दुल्हन की तरह सजा और महादेव घाट पर एक लाख दीप ज्योतियों से जगमग हो उठा। वाराणसी और छत्तीसगढ़ के 108 ब्राह्मणों ने बड़ी संख्या में हिंदुओं से एक साथ मां खारून गंगा की महाआरती निकाली। मां खारून गंगा महादेव घाट जनसेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष एवं करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष हरि सिंह तोमर ने कहा कि खारून नदी को प्रदूषण मुक्त कर जीवनदायिनी बनाने के उद्देश्य से बनारस की पूर्णिमा पर महाआरती का अनुष्ठान माह की पूर्णिमा पर लगातार होता रहता है। जिसका वृहद रूप में भक्ति-उल्लास के साथ वार्षिकोत्सव मनाया गया।
कैलास खेर ने बहाई भक्ति गंगा
महाआरती के बाद प्रमुख पार्श्व गायक कैलाश खेर ने अपने लोकप्रिय भजनों की सुरमयी प्रस्तुतियाँ दी। जिस पर हजारों की संख्या में ब्रह्माण्डे सहजे पूरे समय भक्तिरस में साराबोर हो झूमते रहे। साथ ही आंचल की लोकप्रिय गायिकी पद्मश्री उषा बारले और मित्र कलाकारों ने पंडवानी शैली में भक्ति कलाकारों की पारंपरिक प्रस्तुतियों के आयोजन को यादगार बनाया। वहीं, रंग-बिरंगी लाइट्स का लेजर शो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आरती से सबसे पहले खारून नदी के जल पूजा-सलामती कर उसे स्वच्छता बनाए रखने की शपथ भी ली गई।
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पहले प्रकाशित : 27 दिसंबर, 2023, 12:53 IST
