Homeदेशतालिबान, खतरनाक पत्र, वॉयस नोट्स: भारत-कनाडाई बिजनेसमैन पर खालिस्तानी ग्रुप्स की सलाह

तालिबान, खतरनाक पत्र, वॉयस नोट्स: भारत-कनाडाई बिजनेसमैन पर खालिस्तानी ग्रुप्स की सलाह


नई दिल्ली। कनाडा में भारतीय मूल के आदिवासियों को खालिस्तानी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा बनाया जा रहा है। भारतीय गुप्तचर गिरोह के, कभी-कभी आतंकवादी आतंकवादी आतंकवादी पत्र चुराए जाते हैं तो कभी-कभी आतंकवादी संगठन और आतंकवादी आतंकवादी आतंकवादी आतंकवादी गुट कहीं और कहीं भी आतंकवादी हमले के लिए आतंकवादी गिरोह और आतंकवादी गिरोह पर आतंकवादी हमले कर रहे होते हैं। News18 के पास हाल ही में ब्रैम्पटन में नवाब मोटर्स के परिसर में हुई फोटोग्राफी के दृश्य भी हैं। इस शोरूम का मालिक एक इंडो-कैनेडियन बिजनेसमैन है।

अंतिम ने बताया कि हाल के सामान्य में इन खालिस्तानी गुर्गों में भारतीय मूल के लगभग 10 लोगों को खतरनाक खतरे वाले अवशेष नोट्स और पत्र में साक्षत अवशेष के बारे में बताया गया है। स्थानीय पुलिस ने टोरंटो के ब्रैम्पटन इलाके में शोरूम पर हमला करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ब्रिटिश कोलंबिया के व्हाइट रॉक में एक बिजनेसमैन के घर से बाहर हथियार उठाए गए थे। यूनिट ने बताया कि ब्रैम्पटन में न्यू मिलेनियम टायर सेंटर के मालिक एंडी दुग्गा पर हमला किया गया था। कथित तौर पर यूक्रेन के यूक्रेनी गौंडर के ग्रुप के कुछ उद्यमियों ने नवाब मोटर्स पर हमला किया था। गौंडर कुछ साल पहले एक गैंगस्टर में मारा गया था।

सोशल मीडिया के जरिए दे रहे धमकियां, कई बिजनेसमैन को मिले लेटर
स्थानीय पुलिस के अनुसार, खालिस्तानी गिरोह के लोग धमाके के लिए विभिन्न सोशल मीडिया पर अभ्यास का अभ्यास करते हैं। डॉक्यूमेंट्री को मैसेज के माध्यम से हिंसा की धमकी देने वाले पैसे की मांग की जाती है, जो कुछ मामलों में हुआ है। उन्होंने बताया कि इनमें से अधिकांश समुदाय मूल रूप से पंजाब के हैं। कई दस्तावेजों को एक जैसा ही पत्र मिला है, जिसमें उनके ‘भविष्य की हिंसा से सुरक्षा’ के बदले में भुगतान करने की बात कही गई है। अधिकारियों ने कहा कि पत्र में ब्रिटिश कोलंबिया के एबॉट्सफ़ोर्ड में हाल की घटनाओं का उल्लेख किया गया है, लेकिन कोई संबंध स्थापित नहीं हुआ है।

शो रूम पर चला गया हथियार, कनाडा सरकार गंभीर नहीं
पुलिस के मुताबिक, व्यावसायिक घरों को पकड़ने के लिए ये पत्र बड़ी संख्या में भेजे जा रहे हैं। यहां-इंडो-कनाडाई जनजाति के स्वामित्व वाले कई वाहन शोरूम हैं, क्योंकि पंजाबी मूल के युवाओं के बीच शानदार कारों की भारी पसंद है। आतंकवादियों की जो घटनाएं हुई हैं, वे पिस्तौल के शोरूम में जा घुसेड़ें थे, लेकिन शाम के समय मस्जिदों के अंदर जो कुछ हुआ, उसकी कोई उपस्थिति नहीं थी। सरकारी दस्तावेज़ के अनुसार, भारतीय और कनाडाई द्वीपसमूह के बीच समानता की कमी के कारण ये घटनाएँ हो रही हैं। उन्होंने कहा, कनाडा सरकार इन मामलों को चयन से नहीं ले रही है।

तालिबान, खतरनाक पत्र, वॉयस नोट्स: भारत-कनाडाई बिजनेसमैन पर खालिस्तानी ग्रुप्स की सलाह

कनाडा में भोजनालयों को शरण मिल रही है
अधिकृत ने बताया कि कनाडा में आने वाले सभी केरलवासियों को शरण मिल रही है और वहां भारतीय समुदाय का राक्षसी बुरा हाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आई असोसिएट्स का भी समर्थन प्राप्त है। दस्तावेज़ ने बताया कि यह पहली बार है कि ये गैंग ऐसे मामलों में न केवल वीडियो शूट कर रहे हैं बल्कि उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये समूह पाकिस्तान के साथ मिलकर स्पेन, पुर्तगाल और अन्य यूरोपीय देशों से संचालित हो रहे हैं।

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