Homeहेल्थ & फिटनेसये 5 लक्षण-दिखाई देते हैं समझिए कि बाल झड़ना के हो गए...

ये 5 लक्षण-दिखाई देते हैं समझिए कि बाल झड़ना के हो गए हैं मरीज, डॉक्टर से जानें पिल्स का विसर्जन और बचाव के तरीके


उत्तर

असाधारण बीमारी से बचने के लिए अंतिम उपाय अपनाना अत्यंत आवश्यक है।
उन्नत चरण में पहुंच जाए, तो सर्जरी की नौबत आ सकती है।

बवासीर के सामान्य लक्षण: वर्तमान समय में बवासीर यानि पायल्स की समस्या तेजी से बढ़ रही है। हर उम्र के लोग अजीब से परेशान हो रहे हैं। यह एक गंभीर बीमारी है, जिसकी पहचान करके इलाज कराना चाहिए। कई बार शौच के बाद गंदगी की वजह से खून आना प्रतीत होता है, जिससे कंडीशन की कमी दिखाई देती है। लंबे समय तक ख़ून के पात्र रहे, तो इससे संबंधित पदार्थ की कमी हो जाती है। प्रारंभिक स्टेज में हो, तो सिज़ाइन से इसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन यह अधिक बढ़ जाए, तो जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। इस बारे में डॉक्टर से जरूरी बातें जान लें।

फोर्टिस हॉस्पिटल, ग्रेटर मिनिमल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के डॉ. जगदीश चंद्र के कहते हैं कि अक्सर लोग अपने मालद्वार में होने वाली नौकरियों के अंतराल समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। मलद्वार में फिशर, फिस्टुला और इन्फेक्शन की समस्या भी हो सकती है। इनमें से 80 प्रतिशत लोग शामिल हैं और इसे अपनी बीमारी नहीं माना जाता है। जब असाधारण एडवांस स्टेज में रीच जाए और शौच करते समय खून आने लगे, तो इसे बीमारी माना जाता है। कई बार शौच के बाद मस्से बाहर निकल आते हैं और वे अंदर नहीं जाते। ऐसी कंडीशन को भी बीमारी माना जाता है और इसका इलाज किया जाता है। अगर आपको मलद्वार या मलाशय में किसी तरह की समस्या हो रही है, तो सबसे पहले डॉक्टर से मिलें और पता लगाएं कि यह बेकार है या कोई और बीमारी है।

क्या होते हैं असाधारण के लक्षण?

डॉक्टर, जगदीश चंद्र कहते हैं कि जब एडवांस स्टेज में पहुंच जाता है, तब शौच करने के बाद बूंद-बूंद करके खून टपकने लगता है। कई बार शौच के बाद मस्से बाहर निकलते हैं, जिसमें उंगली भी शामिल होती है। हालाँकि कई बार मस्से बाहर निकल आते हैं और अंदर नहीं जाते। ये सभी खुजली के लक्षण होते हैं. इसके अलावा दर्द के दौरान शौच करने से परेशानी होती है और खून निकलता है तो यह मलत्याग के संकेत हो सकते हैं। ऐसी कंडीशन में डॉक्टर से मिलकर परेशानी का पता लगाना जरूरी है।

क्या है रामबाण का इलाज?

विद्यार्थियों की पसंद जब भी असाधारण शुरुआती स्टेज में होती है, तब दवाओं के माध्यम से इसे ठीक किया जा सकता है। जब यह बढ़ता है, तब इसे नियंत्रित करने के लिए प्रयोगशाला स्थितियाँ होती हैं, जिसे हेमेर बोटइंडिंग कहा जाता है। इससे लोगों को काफी राहत मिल सकती है. हालाँकि कई लोगों में बवासीर गंभीर हो जाती है और ऐसी कंडीशन में लेजर के माध्यम से सर्जरी करना संभव हो जाता है। सर्जरी के दौरान कई बार मासों को अलग भी किया जाता है। पोर्टफोलियो के अनुसार दस्तावेज़ दिया जाता है। किसी को सबसे ज्यादा समस्या है तो सर्जरी की सलाह दी जाती है।

ख़ालीपन से मुक्ति कैसे करें?

– साबुत अनाज और अनाज से बने खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन करें।
– पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शरीर को प्रोपर वर्गीकृत रखें।
– मलत्याग के समय में अधिक जोर न छूटना, अन्य छूट हो सकती है।
– नियमित रूप से चियाली एक्टिव स्टे और एक जगह घंटों न बैठें।
– अपने वजन को नियंत्रित करें और अधिक वजन उठाना से भी बचें।
– अगर किसी तरह की परेशानी हो तो डॉक्टर से मिलकर चेकअप करें।

यह भी पढ़ें- कोरोना JN.1 के बाद भी आ सकते हैं कई खतरनाक विविधताएं, प्यारे से लेकर खतरनाक तक! डॉक्टर्स से जानें 5 बड़ी बातें

यह भी पढ़ें- दुनिया में 99% लोग खा रहे सबसे ज्यादा नमक! WHO की रिपोर्ट में खुलासा, इन 5 हालातों का बढ़ना खतरा, रोज सिर्फ इतना ही स्थिर

टैग: स्वास्थ्य, जीवन शैली, ट्रेंडिंग न्यूज़



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Must Read

spot_img