रवि पायक/भीलवेः वियोज्य सिटी में एक ऐसी जगह है जहां के लोगों को राजस्थान का असली रंग और स्वाद मिलता है। जी हां यह पहला ऐसा होटल है जो अपने राजस्थानी स्वाद के लिए आसपास के जिलों सहित जिले में जाना जाता है। जिस तरह घर में आए मेहमानों को मान-मनुहार की जाती है, उसी तरह यहां आने वाले सपनों को भी बड़े ही प्यार से राजस्थानी धोती पगड़ी पहने लोग खाना बनाते हैं।
बता दें कि ये होटल होटल शहर के हरणी महादेव मंदिर के नजदीक स्थित हैं। होटल नंदिनी टर्निंग प्वाइंट के ओनर ओम कसारा ने बताया कि पुराने समय में दादी नानी और बुजुर्ग के घर पर मक्का, बाजार, बेड के आटे की रोटी सहित अलग-अलग राजस्थानी व्यंजन बनाए जाते थे। जिसमें खिचड़ा व रब भी शामिल था। यह सभी सामान घर में बनाया जाता था लेकिन अब आधुनिक समय में घर में यह सब बनाना अब संभव नहीं है। ऐसे में बच्चा भी अब बाहर के फास्ट फूड की तरफ बढ़ रहा है। लेकिन हमारे द्वारा यहां आने वाले सभी लोगों को राजस्थानी व्यंजन उपलब्ध कराया जा रहा है और हमारे द्वारा बनाया गया खाना लोगों को काफी पसंद आ रहा है।
यह मिलता है राजस्थानी व्यंजन
यहां मारवाड़ी थाली में रब, मक्का, बाजारा, बेजड और देशों की यात्राएं हैं। जिसमें देसी घी ऊपर से लगा कर दिया जाता है. इसके साथ सूरन की सब्जी, सरसों का साग, दाल दी जाती है. इसके अलावा यहां पर बाजरे का खिचड़ा खास तौर पर तैयार करके लोगों को चकमा दिया जाता है. अंत में लोगों को जलेबी और पपड़ी दी जाती है।
यहां देखें राजस्थानी रंग
ओम कसारा का कहना है कि न सिर्फ स्वाद में हम राजस्थान को पसंद करते हैं, बल्कि हमारे यहां काम करने वाले सेवक भी राजस्थानी पगड़ी और धोती में नजर आते हैं। जिस प्रकार एक घर में आने वाले मेहमानों को प्यार-सम्मान के साथ खाना खिलाया जाता है। इसी तरह हमारे यहां पर भी कई लोगों को एक-एक करके प्यार से प्यार किया जाता है। हरणी महादेव एक पर्यटन स्थल है जहां घूमने के लिए आने वाले लोग यहां खाना खाने के लिए आते हैं। यही नहीं अगर किसी को किसी चित्रपट में गांव के किसी तरह का खाना बनाना है तो वह लोग यहां पर खाना बनाने के लिए ही आते हैं।
जानिए स्वाद के शौकीनों का क्या कहना है
होटल में आए एक ग्राहक ने बताया कि यह पहला होटल है, जहां आने वाले वेंकट को बिजनेस स्टाम्प पर बिजनेस बिजनेस बिजनेसमैन के नाम से जाना जाता है। यहां पर राजस्थानी खाने का स्वाद दिया जाता है। ऐसा खाना जिले में कहीं नहीं। गांव में जिस तरह का देसी तरीका से खाना बनाना है. यहां देसी खाना भी है जो आपको आपके गांव और घर की याद दिलाएगा.
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पहले प्रकाशित : 28 दिसंबर, 2023, 10:03 IST
