ईशा बिरोरिया/ऋषि. प्राणायाम (Pranayama Benefit) संस्कृत का शब्द है, जो दो शब्दों के मेल से बनता है। प्राण का मतलब पृथ्वी और आयाम का मतलब नियंत्रण. इन दिनों शब्दों के मेल से बनता है प्राणायाम। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जीवन में प्राणायाम शामिल करना अनिवार्य है। साथ ही प्राणायाम हमें मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, साथ ही कई सारे शारीरिक औषधियों से भी राहत दिलाता है। स्थानीय 18 के साथ बातचीत में उत्तराखंड के ऋषियों में स्थित साधक योगशाला के योगा ट्रेनर गोकुल बिश्ते हैं कि प्राणायाम एक विधि है, जिसमें हम प्राणों का माप लेते हैं। इसकी मदद से हमारे प्राणों में नियंत्रण बढ़ता है, जिससे हमें शारीरिक के साथ ही मानसिक लाभ मिलता है। योग ग्रंथों के अनुसार प्राणायाम की व्याख्या योग आसनों के बाद दी जाती है।
प्राणायाम करने का सही समय
गोकुल शिष्य हैं कि योग ग्रंथों के अनुसार प्राणायाम सुबह और शाम के समय किया जा सकता है क्योंकि उस समय हमारे प्राणों का स्तर उच्चतम होता है। वहीं सुबह के समय प्राणायाम करने से अधिक लाभ मिलता है। साथ ही इसे योगासन के बाद करना चाहिए।
प्राणायाम के फायदे
आगे बताए गए प्राणायाम करने से कई लाभ मिलते हैं। मुख्य रूप से यह हमारे इंटरनेट सिस्टम को मजबूत बनाने वाला है। साथ ही हर प्राणायाम के अलग-अलग फायदे होते हैं। प्राणायाम हमारे फेफड़ों को मजबूत बनाता है, जिससे शरीर और सांस लेने में सुविधा आदि नहीं होती। इसे करने से हार्मोन्स की मात्रा बनी रहती है और तनाव भी कम होता है और पाचन शक्ति का माप होता है। वहीं मोटापा, ब्लड क्लॉथ और शुगर के इलाज के लिए रामबाण प्राणायाम का इलाज है।
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पहले प्रकाशित : 28 दिसंबर, 2023, 15:16 IST
