कथक डांसर सीता सुबेदी की कहानी: कथक डांसर सीता सुबेदी की दिल की कहानी सुनने वाली है। कैसर के कारण 12 साल की उम्र में उनके पैर का टैटू फूट गया, लेकिन उनके डांसर बनने का जुनून खत्म नहीं हुआ। आज वह प्रैक्टिस के जरिए खुद का डांस स्टूडियो चला रही हैं और बच्चों को डांस का मास्टर बना रही हैं। (तस्वीरें: एएनआई)
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