
गाजा युद्ध की तबाही का एक दृश्य।
इजराइल-हमास युद्ध में अब तक 23 हजार से ज्यादा लोग गाजा में मारे जा चुके हैं। इनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मारे गए बच्चों और महिलाओं के जो आंकड़े जारी किए हैं, उन्हें जानकर आपका दिल दहल जाएगा। इजरायली सेना के पलटवार ने गाजा को श्मशान घाट में बदल दिया। हमास के साथ फिलिस्तीनी नागरिकों की भी इस हमले में मौत हो गई है। लैंगिक हेलो को बढ़ावा देने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने बताया कि इजराइल और गाजा के बीच जारी युद्ध में 16,000 महिलाएं और बच्चे मारे गए।
यूनाइटेड नेशन का ये किरदार किसी को भी हैरान कर देने वाला है। महिलाओं के लिए काम करने वाली एजेंसी ‘संयुक्त राष्ट्र महिला’ (यूएन वीमेन) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि अनुमान है कि हर घंटे दो माताएं दम तोड़ रही हैं। ‘यूएन वीमेन’ ने कहा कि 100 से अधिक दिनों के संघर्ष के कारण कम से कम 3000 महिलाओं ने अपने पुजारियों को खो दिया है और कम से कम 10,000 बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में एजेंसी ने लैंगिक हॉस्टल और उन पोर्टफोलियो का ज़िक्र किया, जो महिलाओं को बच्चों के साथ छोड़ने के कारण संघर्ष वाले स्थान पर छोड़े गए हैं।
गाजा में 19 लाख लोग हो गए हैं मकान
रिपोर्ट के मुताबिक गाजा क्षेत्र की आबादी 23 लाख है, जिसमें करीब 19 लाख लोग शामिल हैं, जिनमें करीब दस लाख महिलाएं और लड़कियां शामिल हैं, जिनमें आश्रय और सुरक्षा की तलाश है। ‘यूएन वीमेन’ की कार्यकारी निदेशक सिमा बाहौस ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटारेस से मानवीय युद्धविराम और सात अक्टूबर को इजराइल पर गाजा के हमलों के बाद सभी बंधकों की संयुक्त रिहाई की मांग की। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार संघर्ष में लगभग 25,000 फलस्तीनी मारे गए, जिनमें 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। (एपी)
