उत्तर
पी बैलेंस केश में बुनियादी तौर पर निखिल गुप्ता को अमेरिका से प्रत्यर्पित किया जा सकता है।
चेक गणराज्य की एक अदालत ने उन्हें अमेरिका प्रत्यावर्तित करने वाली अपील को मंजूरी दे दी है।
निखिल गुप्ता प्रत्यर्पण: चेक रिपब्लिक की एक अपीलीय अदालत ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता के अमेरिका प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। बता दें कि अमेरिका ने उस पर खालिस्तानी हमलावर गुरपतवंत सिंह पर अमेरिकी धरती पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के चेक रिपब्लिक जस्टिस मिनिस्ट्री के एक प्रवक्ता ने बताया कि 52 साल की उम्र में निखिल गुप्ता के प्रत्यर्पण पर अंतिम निर्णय मामले में सभी स्टार्स को फैसला सुनाए जाने के बाद न्याय मंत्री पावेल ब्लेज़क के हाथों में फैसला सुनाया जाएगा। अप्रत्याशित रूप से 30 जून को 52 वर्ष के भारतीय नागरिक को अमेरिका के चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था।
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गुप्ता को चेक अधिकारियों ने पिछले साल जून में तब गिरफ्तार किया था जब वह भारत से प्राग गए थे। समाचार वेबसाइट www.seznamzpravy.cz की जांच करें, जिसने सबसे पहले अपील के आधार पर रिपोर्ट दी थी, उसने कहा था कि गुप्ता ने तर्क दिया था कि उसकी पहचान गलत थी और वह व्यक्तिगत रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका की तलाश नहीं कर रहा था। उन्होंने मामले को राजनीतिक बताया है.
न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि गुप्ता से प्रत्यर्पण को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने की उम्मीद की जा सकती है। अगर मुजरिम अदालत के वकील पर संदेह है तो उनके निकटतम सर्वोच्च न्यायालय का रुख करने के लिए तीन महीने का समय है।

अमेरिका का क्या है आरोप
वहीं अमेरिकी कोर्ट में अभियोग से जुड़े दस्तावेज में निखिल गुप्ता को आर्किटेक्चर से जोड़ने के लिए कम्युनिकेशन डिटेल शेयर की गई है। इसके साथ ही पैसे के लेन देने और ‘बेराजे के हत्यारे’ को पेशगी की नोक पर दिए गए कुछ तस्वीरें भी पेश की गईं। अमेरिका ने दावा किया है कि निखिल गुप्ता ने कथित तौर पर जिस ‘बलात्कार के हत्यारे’ को पेशगी की तरफ इशारा किया था, वह एक अंडरकवर अमेरिकी एजेंट था।
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पहले प्रकाशित : 20 जनवरी, 2024, 11:33 IST
