
गाजा युद्ध के वैज्ञानिक चित्र।
इजराइल-हमास युद्ध के चौथे महीने तक गाजा में 25 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। यह चित्र गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किया गया है। आंकड़ों में कहा गया है कि इजरायल और हमास के बीच तीन महीने से ज्यादा समय से जारी युद्ध में 25,000 से ज्यादा फलस्तीनियों की मौत हो गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा के अनुसार इजराइल ने पिछले 24 घंटे में 178 लोगों को दफनाया है। साथ ही सैकड़ों लोग घायल हो गए हैं। आई.एस. का यह भी कहना है कि गाजा के जहाज़ों में 24 घंटे में कम से कम 178 शव और लगभग 300 घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इजराइल-हमास युद्ध में महिलाएं और बच्चे सबसे ज्यादा पीड़ित हैं। सात अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर अचानक हमला कर करीब 1200 लोगों को मार डाला था, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे। हमलावरों ने पुरुषों, महिलाओं और बच्चों समेत करीब 250 को बंधक बना लिया। इज़रायल ने हवाई अभियान के साथ जवाबी हमले शुरू किए और फिर उत्तरी गाजा में ज़मीन पर कब्ज़ा कर लिया, जिससे पूरा इलाका लगभग कमज़ोर हो गया। इज़राइली सेना की ज़मीनी कार्रवाई अब दक्षिणी शहर खान यूनिस और मध्य गाजा में निर्मित शैक्षणिक शिविरों पर केन्द्रित है।
सैकड़ों लोग नहीं निकले सैके रैक से बाहर
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सात अक्टूबर से अब तक क्षेत्र में कुल 25,105 फलस्टीन मारे गए हैं जबकि 62,681 अन्य घायल हुए हैं। वकील ने कहा कि कई लोग इजराइल के राहुल गांधी के कारण आतंकवादियों के नीचे दबे हुए हैं, जहां डॉक्टर उन तक नहीं पहुंच पाए हैं। मंत्रालय ने मृत नागरिकों और लड़ाकों की संख्या के बारे में जानकारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। हालाँकि, कहा गया है कि मारे गए लोगों में लगभग दो-तिहाई महिलाएँ और नाबालिग शामिल हैं। इज़रायली सेना ने बिना किसी सबूत के दावा किया कि लगभग 9,000 उग्रवादी मारे गए। (एपी)
