Homeहेल्थ & फिटनेसकब्ज के लिए आयुर्वेदिक उपचार – News18 हिंदी

कब्ज के लिए आयुर्वेदिक उपचार – News18 हिंदी


कैलाश कुमार/बोकारो. निबंध के दस्तावेज़ और दस्तावेज़ जीवन शैली के कारण वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों में कब्ज की समस्या बहुत आम हो गई है। ऐसे में बस्ती की परेशानी से राहत पाने के लिए बोकारो के वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक राजेश पाठक ने कई गुणकारी घरेलू नुस्खे बताए हैं।

डॉक्टर राजेश पाठक ने बताया कि कंस्टमेशन एक आम समस्या है। ऐसे में गर्म पानी और बेल जैसे नीबू का सेवन करके एन्कोडिंग से पा सकते हैं। साथ ही बताया कि बाहर का जंक फूड लोगों को रखना होगा। विशेषकर मैदा वाले वस्तुओं की जड़े हैं।

इसे दूर करने का निर्देश दिया गया है
गर्म पानी का सेवन : कब्ज से राहत के लिए गर्म पानी सबसे उपयोगी है। नियमित तौर पर खाना खाने के 30 मिनट बाद गर्म पानी का सेवन करने से पेट की समस्या बनी रहती है और गैस की समस्या भी सामने आती है।

इससबगोल: ईसबगोल औषधि के बीज-औषधि में प्रचुरता पाई जाती है और इसमें प्रचुर मात्रा में तरल पाया जाता है, जो कि पेट में निकले हुए माल को सहायक पदार्थ में निकालने के साथ-साथ कुचलने से राहत देता है। रोजाना रात में एक चम्मच ईसबगोल पाउडर एक चम्मच दूध या पानी के साथ मिलाकर सुबह पीने से पेट आसानी से साफ होता है और कब्ज से राहत मिलती है।

अरंडी तेल : अरंडी तेल में पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो पाचन को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह पेट साफ रखने में सबसे अधिक गुणकारी औषधि निर्माता है। इसके लिए एक कैप्सूल दूध में पाँच पाँच फ़्लोटिंग तेल पीने से कब्ज से राहत मिलती है।

बेल फल का सेवन : बेल का फल सब्जी, विटामिन सी और अन्य पोषण तत्वों की पूर्ति होती है। यह पाचन को सुधारकर पेट साफ करने में मदद करता है। वहीं, बेल की चूरन के सेवन से कब्ज से राहत मिलती है। रोज़ाना खाली पेट एक गिलास बेल का शरबत का सेवन करने से पेट बिल्कुल साफ रहता है।

त्रिफला : त्रिफला आयुर्वेद में सबसे गुणकारी औषधि में से एक है, जो हमारी पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक होती है। प्रतिदिन सुबह शाम एक त्रिफला का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज से राहत मिलती है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य बेनिटिट रेसिपी की सलाह, हमारे सुझावों की चर्चा के आधार पर है। यह सामान्य जानकारी है, कोई व्यक्तिगत सलाह नहीं। हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग-अलग हैं, इसलिए डॉक्टरों से सलाह के बाद ही, किसी भी चीज का उपयोग करें। कृपया ध्यान दें, लोकल-18 की टीम का किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई उत्तरदायित्व नहीं होगा।

टैग: आयुर्वेद चिकित्सक, बोकारो समाचार, स्वास्थ्य समाचार, स्थानीय18



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