अभिषेक मथुरा/हापुड़ : समुद्र तट पर यदि आप भी बंद कमरे में रूम विलायर या ब्लोअर का उपयोग कर रहे हैं, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। रूम मसाज या ब्लोअर जहां ठंड से राहत देता है, वहीं हमारी आंखों और शरीर को परेशानी का सबब भी बन सकता है। ऐसे में अगर आप रूम मसाज या ब्लोअर का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना सबसे जरूरी है।
अत्याधुनिक जिले के उत्सवरोग विशेषज्ञ डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि मसाज या ब्लोअर का इस्तेमाल बंद कमरे में करने से उसकी हवा गर्म हो जाती है और कमरे की दवा और ऑक्सीजन खत्म हो जाती है। ऐसे में ब्लोअर या मसाज की गर्म हवा हमारी आंखों की दुकान को भी चुराया जाता है। रूम मसाज और ब्लोअर के इस्तेमाल से ठंड से तो राहत मिल जाती है, लेकिन कम होने के कारण आपकी आंखों की एलर्जी हो सकती है। जिससे आपकी आंखों में जलन, इंफेक्शन, ड्राइनेस और खुजली जैसी समस्या हो सकती है।
बबीता के विद्यार्थी की वृद्धि से परेशानी होती है
डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि ब्लोअर के इस्तेमाल से कमरे में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे चिंता और सरदर्द जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिससे दामा के दिवालियापन और परेशानी हो सकती है। क्योंकि कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बरात के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
इन बातों का ध्यान
डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि जब ठंड से बचने के लिए रूम मसाज या ब्लोअर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, तो सावधानी भी बरतनी चाहिए। रूम विला या ब्लोअर को थोड़े-थोड़े समय के बाद बंद कर देना चाहिए। साथ ही विशेष रूप से बुजुर्ग लोगों को ताजी हवा अवश्य लेनी चाहिए। आंखों में जलन के कारण खुजली और आंखों का लाल होना आम समस्या है इसलिए समय-समय पर आंखों को साफ पानी से बचाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह से आंखों में दवा लेनी चाहिए।
30 प्रतिशत शानदार आखों की संख्या
बता दें कि अत्याधुनिक जिलों में ठंड से राहत के लिए हो रही रूमाल ठंड या ब्लोअर के सबसे ज्यादा इस्तेमाल के कारण जिले के सरकारी और निजी लोगों में आंखों की 30 प्रतिशत संख्या शामिल है।
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पहले प्रकाशित : 22 जनवरी, 2024, 18:06 IST
