नई दिल्ली. भारत सरकार ने अगले कुछ महीनों में देश के एक करोड़ घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य तय किया है। सोमवार को पीएम मोदी ने अयोध्या से वापसी के बाद कहा, ‘मैंने पहला फैसला यह लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ रुपये के घर पर छत पर अयोध्या में प्रवेश के लक्ष्य के साथ ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ शुरू करेगी। इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनेगा।’ ऐसे में माना जा रहा है कि अब ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ के तहत यह स्कीम आगे बढ़ेगी। ऐसे में आप भी अपने घर में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाना चाहते हैं तो यह है मौका हाथ से न जानें। क्योंकि, इस स्कीम से लोगों की आय तो अनगिनत ही साथ में बिजली की भी बचत होगी।
यूपी, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और एमपी जैसे राज्यों में रूफटॉप एसोसिएटेड प्लांट को लेकर काम भी शुरू हो गया है, लेकिन लोगों में इस योजना को लेकर कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला। केंद्र सरकार की प्रोटीन ऊर्जा से जुड़ी नेशनल रूफटॉप स्काइब पहले से ही चली आ रही है। कई राज्य इस योजना में अपनी भी छूट दे रही हैं। इसके बावजूद यूपी, बिहार, महाराष्ट्र और एमपी जैसे राज्यों में यह योजना आम लोगों को शामिल करने में नाकाम रही है।
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आप भी शुरू कर सकते हैं ये बिजनेस
बता दें कि इस योजना के तहत केड्रा सरकार 3 किलोवाट क्षमता के तहत आपको 40% छूट के साथ आवेदन करना होगा। अगर आप 10 किलोवाट क्षमता वाला सोलर प्लांट लगाना चाहते हैं तो आपको 20% औसत कीमत मिलेगी। काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर के सीनियर प्रोग्राम लीडर निगम लिमिटेड न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहा गया है, ‘भारत में रूफटॉप एशिया स्थापित करने के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्र में व्यापक रूप से मौजूद हैं। रिसर्च में टेक्निकल रूप से भारतीय घरों में 640 गीगावॉट से ज्यादा रूफटॉप सोलर की स्थापना की जा सकती है। वर्तमान में लगभग 7-8 लाख घरों में रूफटॉप्स स्थापित हैं और उन्हें सरकारी इक्विटी प्रोग्राम का लाभ मिलता है। इसकी लगभग 4 गीगावॉट सौर क्षमता प्राप्त हुई है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
आगे कहा गया है, ‘रूफटॉप अकेले वाले घरों में 12-14 गीगावॉट अतिरिक्त सौर ऊर्जा क्षमता ग्रिड से 20-25 गीगावॉट। इसका नाम केवल राज्य को बिजली से लाभ, विद्युत वितरण कंपनी (डिस्को) की वित्तीय स्थिति को लाभ में भी मदद करना है।’
इस योजना को लेकर वर्ष 2022 में एक राष्ट्रीय पोर्टल की शुरुआत हुई थी।
ऐसे लें महत्व का लाभ
इस योजना को लेकर वर्ष 2022 में एक राष्ट्रीय पोर्टल की शुरुआत हुई थी। इस वेबसाइट के माध्यम से आम लोग भी ऑनलाइन आवेदन कर अपने घर में एसोसिएट प्लांट लगा सकते हैं। इसके लिए आपके लिए आवश्यक जानकारी विकिपीडिया होगी। जैसे- राज्य का नाम, बिजली बिल नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और आप किस बिजली वितरण कंपनी के उपभोक्ता हैं, जानकारी इसकी जानकारी होगी।
एक करोड़ घर बनाने का लक्ष्य
इस योजना के तहत सामान्य ग्रेड के अनुसार 3 किलोवाट तक 18000 रुपये प्रति किलोवाट की सीमा मिल रही है। स्पेशल कैटगरी के संगीत को 20000 रुपये प्रति किलो वाट की छूट मिल रही है। बता दें कि रूफटॉप सोलर प्लांट के लिए यह केवल 10 किलोवाट तक ही सीमित है। देश में एक एसोसिएटेड प्लांट के लिए 70-80 हजार से एक लाख रुपये तक का खर्च आता है। ऐसे में अगर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की मंजूरी के बाद भी आपके पास पैसा नहीं है तो आप बैंक से लोन लेकर भी यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
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आपने एक बार साइंटिफिक साइंटिस्ट को अपने घर की छत पर लगाया तो 25 साल्ट्स तक मीटरेंस के झंझट से दूर मिल गए। हां, 10 साल बाद बैटरी तय करने के लिए आपको 15-20 हजार रुपये खर्च जरूर करने पड़ेंगे। मान लीजिए कि अगर आप 2 किलोवाट का सौर ऊर्जा पैनल लगाते हैं तो 10 घंटे की धूप से करीब 10 यूनिट बिजली रोज निकलेगी। इस खाते को देखें तो एक महीने में आप 300 यूनिट बिजली का उत्पादन करते हैं। अगर आपके घर का बिजली खर्च 100 यूनिट है तो आप हर महीने 200 यूनिट बिजली बेच सकते हैं। इससे आप हजारों डॉलर कमा सकते हैं.
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टैग: नरेंद्र मोदी सरकार, सौर ऊर्जा संयंत्र, सौर परिवार, सब्सिडी
पहले प्रकाशित : 23 जनवरी 2024, 20:52 IST
