रामकुमार नायक/रायपुर. छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। लेकिन यहां सिर्फ धान की खेती ही बड़े स्तर पर नहीं की जाती है। ज्यादातर घर के किचन में आलू की सब्जियां बनती हैं। इसकी सब्जी लोगों को काफी पसंद आती है. बाकी नहीं आलू की सब्जी के साथ लोगों को चिप्स भी काफी पसंद आते हैं. अगर आप भी आलू के चिप्स बनाने की चाहत रखते हैं तो आज आपकी तलाश पूरी होने वाली है. जी हाँ, हम आपको आलू के ऐसे स्टॉक के बारे में बताते हैं जो आलू के बेहतरीन स्वाद वाले हैं। और इसका प्रोडक्ट भी अच्छा होता है.
गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से मिली जानकारी के अनुसार, चिप्स बनाने के लिए सामान्य रूप से लंबे समय तक चलने वाले अन्य उत्पादों का चयन किया जाता है। इसके लिए आलू की रेसिपी कुफ़री चिप्सोना 1, कुफ़री चिप्सोना 2, कुफ़री चिप्सोना 3, कुफ़री चिप्सोना और कुफ़री फ़्राईओम का उपयोग करना चाहिए। आलू में सामान्यतया सामग्री की मात्रा अर्थात शुष्क पदार्थ की मात्रा 19 से 20 % रहती है। इन आलू की सामाग्री में चिप्स के लिए आटा सामग्री की मात्रा 21-22 % प्रति 100 ग्राम तक की मात्रा होती है।
यह आलू के आलू की अच्छी निर्माता है
इन एल्बोज़ के पुराने उत्पाद अच्छे होते हैं। 90 से 110 दिन में सफल फसल तैयार हो जाती है। इसका उत्पादन 280 से 300 प्रति एकड़ की दर पर होता है। इसके लिए 18 से 25 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान का होना जरूरी है, यानी कि यूरोप में 18 से 25 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान रहता है। मिट्टी भुरभुरी होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ के जिले में आलू की अच्छी पैदावार होती है। मैदानी क्षेत्र में सबसे अधिक अच्छा प्रभाव देखा गया है।
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पहले प्रकाशित : 24 जनवरी 2024, 14:25 IST
