दीपक कुमार/बांका: अक्सर लोग चिंता के दर्द से परेशान रहते हैं। हालांकि प्राकृतिक चिकित्सा की मदद से इलाज करने पर राहत मिल सकती है। सात दिनों के अंदर ही इसका असर देखने को मिलेगा। चिकित्सक रासबिहारी सिंह कहते हैं कि प्राकृतिक चिकित्सा वह चिकित्सा है जिसके नियमित उपयोग से कई प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। डॉक्टर ने बताया कि यह चिकित्सा पद्धति प्राकृतिक गुणों से युक्त है। यह विधि लोगों को लिबरेशन लाइब्रेरी से मिलती है। इसी तरह लोग चिंता के भी दर्द से परेशान रहते हैं तो इन उपायों से राहत पा सकते हैं।
दर्द के दर्द की रामबाण औषधि है हरसिंगार का पत्ता
डॉक्टर रासबिहारी सिंह कहते हैं कि 60 साल की उम्र में मरीज़ आते-आते लोग चले जाते हैं। यदि नियमित रूप से हरसिंगार के सात पत्तों को अच्छे तरीके से ढोकर गोल मिर्च (मरीच) को स्वाद के अनुसार सेंधा नमक या काले नमक के साथ मिलाया जाता है, तो पानी में फुलाकर खाली पेट पिया जाता है तो यह रामबाण औषधि काम करती है। साथ ही हल्दी और अदरक का पेस्ट दिन में दो बार और रात सोने से पहले अच्छी तरह से पेस्ट लगाने से 7 दिन में ही दर्द से राहत मिल जाती है।
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खाली पेट हरसिंगार फूल का सेवन करने से मिलती है राहत
डॉक्टर रासबिहारी सिंह कहते हैं कि दर्द से परेशान होकर लोग बार-बार अंग्रेजी दवा लेना शुरू कर देते हैं, जिससे शरीर काफी खराब हो जाता है। इसलिए लोगों को हमेशा प्राकृतिक चिकित्सा की ओर ध्यान देना चाहिए। यह हर जगह सरलता से उपलब्ध हो जाता है और किसी भी प्रकार की शरीर को परेशानी नहीं होती है। हरासिंग फूल का पेड़ आपको हर जगह आसानी से मिल जाता है। जिससे उपचार कर तुरंत मरीजों के दर्द से राहत मिल जाती है। सुबह के समय नियमित खाली पेट सेवन से दर्द से राहत मिलती है।
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पहले प्रकाशित : 26 जनवरी, 2024, 10:15 IST
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