मनीषपुरी/भरतपुर:- भारतवर्ष में विभिन्न प्रकार की वनस्पतिक औषधि पाई जाती है, जो हमारे शरीर के लिए काफी महत्वपूर्ण और अद्भुत होती है। औषधीय औषधियां हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की युक्तियों को जड़ से उखाड़ फेंकती हैं। ऐसे में एक पौधा ऐसा भी है, जो दिखने में तो छोटा होता है, लेकिन औषधीय गुणों का भंडार होता है।
आयुर्वेद डॉ. सुभाबथ चतुर्वेदी से बात करने पर उन्होंने बताया कि मकोय के उपाय को काकमाची और भटकोइंया भी कहते हैं। यह एक छोटा सा पौधा होता है, जो छाया-वाले स्थान पर पाया जाता है। मकोय के उपचारों में पूरे वर्ष फूल और फल दिखाई देते हैं। मकोय का पौधा एक से एक फुट तक ऊँचा होता है और इसकी उभरी हुई रेखाएँ होती हैं। इसके पत्ते हरे और अण्डाकर या बस्ट होते हैं। मकोय का फल छोटा, हिरण, डायनासोर, हरे रंग का और मसाले पर नीला या बेरल और लाल रंग होता है। मसाले पर यह फल मीठा लगता है।
इन बेकार का इलाज करता है
डॉ. सुबाख्त साबुत अटेच्ट हैं कि ये पौधा ग्रामीण क्षेत्र में काफी अधिक देखने को मिलता है। यह पौधा हमारे शरीर में होने वाले घातक कई स्थिरांकों को ठीक करता है। डॉक्टर गवाह हैं कि यह प्लांट लिवर से जुड़े सामानों में मिलावट करता है। इसके अलावा हिचकी, नेत्र रोग, वामन, हृदय रोग, पीलिया, किडनी जैसे रोगों के लिए रामबाण है। मकोय के पत्ते और फल शरीर में होने वाले घावों को ठीक करने में मदद करते हैं। किसी को भी पीलिया होने पर मकोय के पत्तों पर सेंधा नमक से लंबे समय तक पीलिया खत्म हो जाता है।
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उपचार करें
इसके अलावा फल को हनी में पूरे खाने से फेफड़े में टीबी जैसी बीमारी ठीक होने की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा यह पौधा हमारे शरीर के लिए काफी अद्भुत और महत्वपूर्ण होता है। आयुर्वेद डॉक्टर सुभाष साउदी बताते हैं कि इसके अलावा इस उपचार के विभिन्न प्रकार के दुष्परिणाम भी होते हैं। इसलिए सेमेस्टर प्रोटोकॉल का प्रयोग करना चाहिए और शिक्षकों की सलाह पर प्रयोग में लाना चाहिए।
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई दवा मेडिसिन एंड हेल्थ बेनिटिट रेसिपी की सलाह, हमारे वैज्ञानिकों द्वारा दी गई चर्चा के आधार पर है। यह सामान्य जानकारी है. न कि व्यक्तिगत सलाह. हर व्यक्ति की आवश्यकताएं अलग-अलग हैं। इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। कृपया ध्यान दें लोकल-18 की टीम के किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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पहले प्रकाशित : 26 जनवरी, 2024, 16:44 IST
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