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क्या दुनिया से खत्म हो जाएंगे सभी पुरुष? इस वजह से उठ रहे सवाल, गैसोलीन ने भी बताई डेडलाइन


उत्तर

सौ साल से क्रोम जियो के जीन्स में गिरावट हो रही है।
जीन्स में गिरावट का सबसे ज्यादा असर Y क्रोमाग्राम पर हो रहा है।

पुरुष वाई गुणसूत्र विलुप्ति: स्त्री और पुरुष दोनों ही मानव जीवन का आधार हैं। अगर इनमें से कोई भी एक न हो, तो जिंदगी को आगे बढ़ाएं नामुमकिन हो जाएगा। क्या होगा अगर दुनिया के सभी पुरुष साथी हो जाएं और सिर्फ महिलाएं ही रहें? शायद आपके लिए इसकी कल्पना करना भी मुश्किल होगा, लेकिन भविष्य में इस खतरे को नकारा नहीं जा सकता। अनुपात की गणना तो पुरुषों के जन्म के लिए जरूरी है Y क्रोमा जियो रैपिड से कम हो रहा है और यह दिखाया जा रहा है, तो एक दिन धरती से पुरुष पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।

द कन्वर्सेशन की रिपोर्ट ऐसा कहा जाता है कि महिलाओं के शरीर में दो एक्स क्रोमोसोम पाए जाते हैं, जबकि पुरुषों के शरीर में एक एक्स और एक वाई क्रोमोसोम पाए जाते हैं। जब महिला और पुरुष के XX क्रोमोसोम मिलते हैं, तब भ्रूण मेल बनता है। वाई क्रोमागोनिज्म को पुरुषत्व का प्रतीक माना जाता है और पुरुषों के अनुभव के लिए यह अत्यंत आवश्यक होता है। पुरुषों का वाई क्रोमा गैंग खत्म हो जाए, तो दुनिया में लड़का पैदा होना बंद हो जाएगा और सिर्फ लड़कियां पैदा होंगी। ऐसी फिल्में चल रही हैं, तो एक दिन ऐसा भी आ सकता है, जब दुनिया में कोई पुरुष बच ही नहीं पाता।

अब तक कई शोधों में यह बात सामने आ चुकी है कि वाई क्रोमैटो टॉक तेजी से खत्म हो रही है। महिलाओं के एक्स क्रोम क्रोम तो ठीक हैं, लेकिन पुरुषों के एक्स क्रोम गैंग धीरे-धीरे नष्ट हो रहे हैं। अगर पतन की यही स्पीड रिलीज हो रही है, तो अगले 46 लाख साल में वाई क्रोमा बायोम पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। ऐसा हुआ तो पुरुषों की धारणा भी खत्म हो सकती है. लग रहा है कि 46 लाख वर्ष तो बहुत लंबा समय है, लेकिन यह भी जानने की आवश्यकता है कि अभी भी पृथ्वी पर लगभग 350 करोड़ वर्ष का जीवन शेष है। इसकी तुलना में 46 लाख साल बेहद कम समय है।

अगर का अनुमान सही निकला, तो धरती पर जीवन समाप्त होने से करोड़ों साल पहले ही पुरुष पूरी तरह से अलग हो जाएंगे। ऐसा नहीं है कि वाई क्रोमागोमो एक्स क्रोमागोगो की तुलना में हमेशा गिरावट बनी रहती है। यदि 16.6 करोड़ वर्ष पहले दोनों क्रोमागोनॉम एक ही आकार के थे और इनकी समान संख्या में जीन होते थे। धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे हो रहे क्रोमा ऑर्गेनिक्स में जीन्स की संख्या कम हो रही है और इसका ख़तरा ख़त्म हो रहा है। हलाकी इस बारे में वैज्ञानिक लगातार अध्ययन कर रहे हैं और हर साल नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। कई के बीच भी इसे लेकर प्रबलता है। उम्मीद है समय के साथ तस्वीर साफ होगी।

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