रिपोर्ट- ओपीपीएस
कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक लंगूर लोगों को खूब मजा आ रहा है. ये लंगूर हनुमान भक्त है. लोग इसे हनुमान ही मान बैठे हैं और उसे देखने सागर हो जाते हैं। लंगूर की खूब आवभगत होती है. उसे मनपसंद खाना बनाना शुरू किया जाता है। खास बात ये है कि लंगूर किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाता. वो सबका दोस्त हो गया है.
कोरबा जिला अस्पताल परिसर में मरीज और उनके परिचारक का आना जाना लगा रहता है। इनके बीच एक खास मेहमान भी रोज नियम से आता है। ये मेहमान एक लंगूर है जो नियमों से यहां आ रहा है. अस्पताल में स्थित हनुमान मंदिर में शीश नवाता है और फिर बाहर भी जाता है। लोग अपनी भक्ति देखकर हरत में उतर जाते हैं। धीरे-धीरे इसकी सामुहिक इतनी वृद्धि हुई है कि लोग अपने आने वाले समय में मंदिर के बाहर एकत्रित हो जाते हैं। लोगों ने उसे खाना-पीना शुरू कर दिया। खास बात यह है कि लंगूर ने अब तक किसी को नुकसान पहुंचाने वाली बात नहीं बताई है।
बरगद के नीचे आराम से हनुमान के दर्शन के बाद
काले मुंह के इस लंगूर से लोगों की दोस्ती हो जाती है। लोग मूर्ति लंगूर यहां बने हनुमान मंदिर में जाकर वहां शीश झुकाते हैं और फिर वापस आकर बरगद के पेड़ के नीचे चबूतरे पर बैठ जाते हैं। सब इसे हनुमान का रूप देते हैं। वो इसके लिए तरह-तरह के फल और खाने की चीजें लेकर आते हैं।
ठीक समय आ गया है मंदिर का
पुलिस चौकी प्रभारी ने हमें यह बताया कि लंगूर की बात नियमित समय पर यहां होती है और सबसे पहले मंदिर के दर्शन होते हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि उन्होंने अब तक किसी भी व्यक्ति को परेशान नहीं किया है इसलिए हम लोगों ने भी कहा है कि उन्हें नुकसान होता है.
बंदर से दूर रहो
जंगल में रहने वाले शैतान के व्यवहार के बारे में कई तरह की बातें बताई जाती हैं। कई मशीनों पर उनका व्यवहार अचानक बदल जाता है और फिर लोगों को लेने के लिए छोड़ दिया जाता है। लंगूर का सही समय अस्पताल परिसर में आना और मंदिर में उपस्थित होने के बाद लोगों के साथ सामान्य रूप से व्यवहार करना हर किसी को चकित करता है।
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पहले प्रकाशित : मार्च 12, 2024, 18:21 IST
