रजत भट्ट/गोरखपुर : गोरखपुर में भी पोस्टर जारी होने के बाद अब कोविड के नए स्वरूप का पालन करना होगा। जिसे लेकर गोरखपुर जिला अस्पताल के सीएमओ ने सभी प्राइवेट प्राइवेट लिमिटेड को निर्देशित किया है। असल, क्रिसमस और नए साल सेलिब्रेशन के बाद इस बात से प्रशासन को सतर्क रहना होगा कि, कोविड के नए अलग-अलग मुलाकात के बाद लोगों की जांच भी की जाएगी। खास करके जिला अस्पताल और प्राइवेट प्राइवेट लिमिटेड को निर्देशित किया गया है। जिसमें सांस्कृति से संबंधित रोगी और इफ्लूएंजा की बीमारी की कोविड जांच की जाएगी। नए साल और क्रिसमस के सेलिब्रेशन में हुई गैदरिंग के बाद परिवार में से संबंधित मृतकों की खास बातों को ध्यान में रखते हुए कोविड जांच करनी होगी और अनुयायियों का पालन करना होगा।
जारी हुई किताब
गाइडलाइंस जारी होने के बाद कंपनी की ओर से भी कहा जा रहा है कि प्राइवेट प्राइवेट लिमिटेड को भी कंपनी में शामिल किया गया है। जिसमें खांसी, सर्दी, बुखार और खांसी से सांस से संबंधित बीमारी की जांच की जाती है। यह नियम नए प्लेटफॉर्म के माध्यम से अज्ञात हैं। वहीं अस्पताल में अगर सांस से संबंधित कोई मरीज आता है। तो उसे डिस्चार्ज में पंजीकृत उसकी कोविड जांच की जाएगी। जब तक रिपोर्ट नहीं आती तब तक कोरोना वायरस से बचाव के उपाय बताए जाएंगे। वहीं जांचों की संख्या क्रिसमस वह नए साल के बाद बढ़ाई जाएगी। क्योंकि भीड़भाड़ वाले स्थान पर संक्रमण के कारण खतरा बढ़ जाता है।
आरटीपीसीआर से कीजी जांच
जिला अस्पताल एवं प्राइवेट प्राइवेट लिमिटेड में खांसी, बुखार, बुखार एवं सांस से संबंधित आई बीमारी की कोविड जांच की जाएगी। वहीं जिला अस्पताल के सीएमओ आशुतोष जोसेफ ने बताया कि ऊपर से अस्पताल का रखरखाव किया जा रहा है। प्राइवेट प्लांट भी चल रहा है. हालाँकि अभी भी जिले में किसी भी कोविड मरीज़ की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन खांसी, सर्दी, बुखार वाले की कोविड जांच की जाएगी। खासतौर पर हॉस्पिटल में भर्ती वाले इफ्लूएंजा लाइक इलनेस (ILI) यानी इफ्लूएंजा जैसे लक्षण वाले मरीजों का, आरटीपीसीआर जांच भी अन्य जगहों पर होती है। साथ ही प्राइवेट प्राइवेट लिमिटेड को भी इस गाइड लाइन के जरिए काम करना होगा।
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पहले प्रकाशित : 25 दिसंबर, 2023, 14:01 IST
