अभिनव कुमार/दरभंगा. कोरोना के नए भिन्न भिन्न JN1 देश में तेजी से फैल रहा है। बिहार में भी कुछ मामले सामने आये हैं. रिजल्ट लेकर स्वास्थ्य महकमा में हलचल मच गई है। कोरोना वायरस से लड़ाई की तैयारी में भी शामिल हो गया है। कोरोना वार्ड में बेड से लेकर साधु तक की व्यवस्था रूप से की गई है। उसकी जांच भी जारी है. कोरोना वार्ड में बिना किसी बाधा के ऑक्सीजन स्माइक को लेकर डी-निज़ाम में लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट के स्थान पर ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था को लेकर डी-निज़ाम की व्यवस्था की गई है।
इस विशेष जानकारी में दिए गए डी.डी.ए. आर्किटेक्ट डॉ. (प्रो.) अलका झा ने कहा कि इस कोरोना के नए बदलाव को लेकर हम लोगों को अपने स्तर से पूरी तरह से परहेज करना है। क्योंकि बिहार में भी कोरोना के मामले सामने आए हैं तो ये तारा भी कभी आ सकता है. क्योंकि यह बीमारी वाली बीमारी है. तो लोगों को पहले से ही छोड़े रहना जरूरी है. जैसे दो गज दूरी का मास्क जरूरी है, नियमित साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है। विकल्प का प्रयोग करना है. ध्यान रखें कि आसपास कहीं भी गंदगी ना हो। हॉस्पिटल में हर तरह की व्यवस्था हम लोगों द्वारा की जा रही है।
भारत का अनोखा शहर, जहां गर्मियों में पिघलती है सड़क! समुद्र में जम जाती है बर्फ, जानें क्या है वजह
प्रोपर जांच की जा रही है
मेडिसिन से लेकर जांच की पूरी व्यवस्था के लिए निर्देश भी दिए गए हैं। जांच किट की शब्दावली भी अभी पूरी है। आरटीआइ अभिलेख से जांच की जा रही है। वार्ड में बिस्तर से लेकर सामान और उपकरण लगातार देखे जा रहे हैं। बिहार में जो नया मामला सामने आया है उसका पूरा इतिहास सामने आ गया है. इसलिए विशेष सौर मंडल में भी लोगों को अपनाना चाहिए। कोरोना के समय दी जाने वाली दवा में कोरोना वायरस डी-डिस्चार्ज दवा उपलब्ध है। 20000 लीटर येल्मो प्लांट गैस उपलब्ध है। इसके अलावा गैस प्लांट की भी व्यवस्था पूर्व में ही कर दी गई है।
.
टैग: बिहार कोरोना अपडेट, बिहार के समाचार, दरभंगा समाचार, स्वास्थ्य, स्थानीय18
पहले प्रकाशित : 26 दिसंबर, 2023, 18:52 IST
