मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम अंडी के सरपंच पति विजय भारद्वाज के साथ मृतक भरत लाल भारद्वाज की पिछले 1 साल से भूमि विवाद हुआ था। इसे लेकर सरपंच पति विजय पुरानी बाजीगरी थी। मृतक भरत लाल भारद्वाज ने गांव के जोगी डबरी तालाब के किनारे की जमीन पर कब्जा कर लिया था। इसे हटाएं की सरपंच पति विजय भारद्वाज ने कहा था। विवाद हुआ तो मृत भरत लाल भारद्वाज ने गिल ग्लॉच कर विजय को मारने के लिए दौड़ लगाई थी। इसके बाद विजय ने भरत को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
भारत से बदला लेने के लिए फिराक में विजय भारद्वाज ने अपने दोस्त नंद कुमार लहरे से संपर्क किया और हत्या के लिए 1.50 लाख रुपये की सुपारी दी। 28 फरवरी को सरपंच पति विजय भारद्वाज ने नंद कुमार लहरे और हिमांशू खूंटे को जमघान से लेकर आए। इसके बाद दिवंगत भरत लाल भारद्वाज के घर की रेकी की गई। इसके बाद 29 फरवरी की रात करीब 11 से 12 बजे के बीच हमाम खूंटे बुजुर्ग भारत के घर पहुंचे। उसके कमरे को अंदर से बंद कर दिया गया। नींद में बुजुर्ग की हत्या दी. फिर शव को पेट्रोल से जलाने के लिए साक्षय मंदिर.
इसके बाद दोनों ओर से अचल संपत्ति के लिए ऋण लेने की योजना बनाई गई। फिर पैसे लेकर भाग निकले। इसके बाद हिमांशू खूंटे मोटर साइकिल से नंदू लहरे को गिधौरी छोड़ दिया गया। नंदू लहरे अपराधी के खिलाफ है, जिसमें कई रिकॉर्ड्स के केस दर्ज हैं। नवजात शिशु नंदू लहरे गिरोह चल रहा है। पुलिस ने सरपंच पति विजय भारद्वाज और सामन खूंटे को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को ऐतिहासिक मंदिर पर जेल भेजा गया है और नंदू की तलाश पुलिस कर रही है।
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पहले प्रकाशित : 8 मार्च, 2024, 10:17 IST
