उत्तर
आई फ्लू होने पर फ्लिपकार्ट ड्रॉप्स का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
आई एंटीबायोटिक ड्रॉप्स का उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
आई फ्लू के लिए सर्वोत्तम ड्रॉप्स: आई फ्लू का प्रकोप करीब एक महीने से जारी है। लाखों की असमंजस में पड़े लोग इस समस्या का शिकार हो गए हैं। आई फ्लू को जल्दी ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह के लिए डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक और आई ड्रॉप्स का भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। विदेशी ड्रॉप्स से कई लोगों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया है। वहीं कई लोग आई फ्लू के बाद आई सप्ताह होने की शिकायत कर रहे हैं। स्वास्थ्यवर्धक लोगों को आई फ्लू होने पर अपने अलास्का से फ्लोरिडा और एंटीबायोटिक्स ड्रॉप्स का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं घरेलू नुस्खों से बचने की भी अपील कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि फ्लू के मरीजों को एंटीबायोटिक ड्रॉप्स का इस्तेमाल किस तरह करना चाहिए? क्या इन ड्रॉप्स से वायरल कंजक्टिवाइटिस जल्दी ठीक हो सकता है? आँखों के डॉक्टर से हकीकत जान लेते हैं।
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के आई स्पेशलिस्ट डॉ. तुषार उत्पादक के अनुसार पिछले कई सप्ताह से यूनिवर्सल में वायरल कंजक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है। इस संक्रमण को आई फ्लू भी कहा जाता है। यह आंखों में होने वाला एक वायरल संक्रमण है। इसके कारण से जैतून का लाल हो जाता है और सूजन आ जाती है। आंखों से फ्लुड आर्च लगता है, उद्योग होने लगता है और कई बार जलन भी होती है। वायरल आई फ्लू के ज्यादातर मामले बिना किसी इलाज के 5-7 दिनों में ठीक हो जाते हैं। कुछ लोगों को सीवियर आई फ्लू हो जाता है, उन्हें रिकवर में ज्यादातर समय लगता है। ऐसे लोगों को डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट कर लेना चाहिए, ताकि कोई और इंफेक्शन न हो जाए। यह एक सामान्य संक्रमण है और आंखों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं होता है। इससे अंधेपन या नजर कम होने का खतरा नहीं है। कुछ लोग इस बारे में शिकायत कर रहे हैं, लेकिन यह आपके लिए ठीक है।
क्या एंटीबायोटिक्स लैपटॉप बढ़िया हैं?
डॉ. तुषार ग्रोवर का कहना है कि एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स से वायरल कंजक्टिवाइटिस ठीक नहीं होता है। आई फ्लू को ठीक करने के लिए आर्टिफिशियल टियर आई ड्रॉप्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए। असल में एंटीबायोटिक ड्रॉप्स का स्पेक्ट्रल आई इन्फेक्शन ठीक करने में मदद करता है, लेकिन वायरल इन्फेक्शन में ये ड्रॉप्स असरदार नहीं होते हैं। इन ड्रॉप्स से आई फ्लू ठीक नहीं होता है। इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल आंखों में होने वाले एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस से हो सकता है, जिससे सेकंडरी इंफेक्शन होने की स्थिति में कंडीशन की समस्या पैदा हो सकती है। कई बार सीवियर आई फ्लू के डॉक्टर को एंटीबायोटिक ड्रॉप्स लगाने की सलाह दी जाती है, ताकि आंखों में सेकेंड्री इंफेक्शन (संक्रमण) न हो। इससे आई फ्लू हालांकि इसकी जरूरत बहुत कम मामलों में होती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के आंखों में एंटीबायोटिक ड्रॉप न डालें।
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आई फ्लू का इलाज क्या है?
आई स्पेशलिस्ट की सलाह तो आंखों में आई फ्लू का संक्रमण होने के बाद ल्यूब्रिकेंट आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें। घर से बाहर न निकलें और आंखों को न छूएं। अधिक से अधिक आराम करें. किसी तरह की गोली न प्रभावी. घरेलू नुस्खे भी, अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है। कोविड-19 के आई ड्रॉप से कंजक्टिवाइटिस के वायरस का लोड कम हो सकता है, लेकिन ऐसा सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर करें। अगर 3-4 दिन बाद भी आपको फ्लू से कोई राहत न मिले और संक्रमण बढ़ जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सही इलाज करें। खुद का इलाज करने से आंखों को नुकसान हो सकता है।
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पहले प्रकाशित : 18 अगस्त, 2023, 11:04 IST
